रामदेव रणुजा वाळो अलख धणी
समरु द्वारीका वाळो हो जी,,,
★प
सरस्वती माता नु समरण करीले
समरु देव सुढांळो
समरु पीर पश्चीम केरो दाता
समरु द्वारीका वाळो ,,,
★र
देवळ वाळा तमे दया करो
सदाय ओथ छे तमारो
भवसागर मां बांय पकडी ल्यो
कलीयुग मा तमे तारो
समरु द्वारीका वाळो,,,
★ब
मुज गरीब पर ऐ महेर करो
दाता हु चाकर तमारो
गुना अमारा माफ करी ने
अवगुण धरजो मा मारो
समरु द्वारीका वाळो,,,
★त
सदगुरु मळ्या संसय टळीया
प्रेम ज्योत उजीयारो
दोय कर जोडी बोल्या देवराम
खोली दीयो रदय नो ताळो
समरु द्वारीका वाळो,,,
समरु द्वारीका वाळो हो जी,,,
★प
सरस्वती माता नु समरण करीले
समरु देव सुढांळो
समरु पीर पश्चीम केरो दाता
समरु द्वारीका वाळो ,,,
★र
देवळ वाळा तमे दया करो
सदाय ओथ छे तमारो
भवसागर मां बांय पकडी ल्यो
कलीयुग मा तमे तारो
समरु द्वारीका वाळो,,,
★ब
मुज गरीब पर ऐ महेर करो
दाता हु चाकर तमारो
गुना अमारा माफ करी ने
अवगुण धरजो मा मारो
समरु द्वारीका वाळो,,,
★त
सदगुरु मळ्या संसय टळीया
प्रेम ज्योत उजीयारो
दोय कर जोडी बोल्या देवराम
खोली दीयो रदय नो ताळो
समरु द्वारीका वाळो,,,
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