करम ऐकदी राज करावे ऐक दी मंगावे टाढा टुकडा,
बीना करम राजा छत्रपती ना होवे,
देखो दाखला बधा करम का,,,
★
करम करे सो इ सच्ची बात है, बीना करम कुछ नही होता,
विधाता ऐ लेख लखीया टाळ्या कोइ थी नइ टळवा ना,,,
★
मन मां समजी मेली दीयो ममता,जन्मीया ऐक दी जावाना,
इस दुनीया मे फुल मत बंदे
खील्या ऐक दि करमावा ना,,,
★
पांच पान्डव सत ना बांन्धव ऐतो राज करे हस्तीनापुर का,
राज छोळी ने हाल्या हीमालय,
देखो दाखला बधा करम का,,,
★प
राजा गोपीचंद और भरथरी ऐ तो लाखो घोडे असवार होता,
राज छोळी ने लीधी फकीरी,
देखो दाखला बधा करम का,,,
★
मुखारविंद दिल्ली को बादशाह
उनकी मुवे उंट पे नजर लगी,
उंट ने जोइ तरत लइ लीधी फकीरी,
देखो दाखला बधा करम का,,,
★
कहे कालीदास सुनो संतो अपना करम बहोत बडा,
करम धरम मे सहाय प्रभु नी,
देखो दाखला बधा करम का,,,
बीना करम राजा छत्रपती ना होवे,
देखो दाखला बधा करम का,,,
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करम करे सो इ सच्ची बात है, बीना करम कुछ नही होता,
विधाता ऐ लेख लखीया टाळ्या कोइ थी नइ टळवा ना,,,
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मन मां समजी मेली दीयो ममता,जन्मीया ऐक दी जावाना,
इस दुनीया मे फुल मत बंदे
खील्या ऐक दि करमावा ना,,,
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पांच पान्डव सत ना बांन्धव ऐतो राज करे हस्तीनापुर का,
राज छोळी ने हाल्या हीमालय,
देखो दाखला बधा करम का,,,
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राजा गोपीचंद और भरथरी ऐ तो लाखो घोडे असवार होता,
राज छोळी ने लीधी फकीरी,
देखो दाखला बधा करम का,,,
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मुखारविंद दिल्ली को बादशाह
उनकी मुवे उंट पे नजर लगी,
उंट ने जोइ तरत लइ लीधी फकीरी,
देखो दाखला बधा करम का,,,
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कहे कालीदास सुनो संतो अपना करम बहोत बडा,
करम धरम मे सहाय प्रभु नी,
देखो दाखला बधा करम का,,,
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