मुझे है काम ईश्वर से,
जगत रूठे तो रूठन दे...
★प
कुटुंब परिवार सुत दारा,
माल धन लाज लोकन की.
हरि का भजन करने से,
अगर छूटे तो छूटन दे...
मुझे है काम ईश्वर से,
जगत रूठे तो रूठन दे...
★र
बैठ संगत संतन की,
करुं कल्याण मैं अपना...
लोक दुनिया के भोगो में,
मोज लूंटे तो लूंटन दे...
मुझे है काम ईश्वर से,
जगत रूठे तो रूठन दे...
★ब
प्रभु के ध्यान करने की,
लगी दिल में लगन मेरे..
प्रित संसार विषयो से,
अगर टूटे तो तूटन दे..
मुझे है काम ईश्वर से,
जगत रूठे तो रूठन दे...
★त
धरी शिर पाप की मटकी,
मेरे गुरुदेव ने झटकी
वो ब्रह्मानंद ने पटकी,
अगर फूटे तो फूटन दे...
मुझे है काम ईश्वर से,
जगत रूठे तो रूठन दे..
जगत रूठे तो रूठन दे...
★प
कुटुंब परिवार सुत दारा,
माल धन लाज लोकन की.
हरि का भजन करने से,
अगर छूटे तो छूटन दे...
मुझे है काम ईश्वर से,
जगत रूठे तो रूठन दे...
★र
बैठ संगत संतन की,
करुं कल्याण मैं अपना...
लोक दुनिया के भोगो में,
मोज लूंटे तो लूंटन दे...
मुझे है काम ईश्वर से,
जगत रूठे तो रूठन दे...
★ब
प्रभु के ध्यान करने की,
लगी दिल में लगन मेरे..
प्रित संसार विषयो से,
अगर टूटे तो तूटन दे..
मुझे है काम ईश्वर से,
जगत रूठे तो रूठन दे...
★त
धरी शिर पाप की मटकी,
मेरे गुरुदेव ने झटकी
वो ब्रह्मानंद ने पटकी,
अगर फूटे तो फूटन दे...
मुझे है काम ईश्वर से,
जगत रूठे तो रूठन दे..
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