Sunday 24 January 2016

शब्द एक शोधो त्यां संहिता निकळे - Shabd ek shodho tya sahita nikle- Gujarati Hindi Bhajan Lyrics

शब्द एक शोधो त्यां संहिता निकळे
कुवो खोदो तो आखी सरिता निकळे
हजु जो जनक जेवा आवी हळ हांके
तो हजी आ धरतीमांथी सीता निकळे
हजु धबके छे क्यांक लक्ष्मण रेखाओ
के रावण जेवा त्यांथी बीता-बीता निकळे
छे कालिदास ने भोजना खंडेरो
जरीक खोतरो त्यां कविता निकळे
छे कृष्णनी वांसळीना ए कटका
के होठे मांडो तो सुर-सरिता निकळे
साव अलग ज तासीर छे आ भुमिनी
के महाभारत वावो तो गीता निकळेे
दत्त जोगी जेवानी जो फूंक लागे तो
हजु धूणा तपना धखता निकळे
'दाद'आम तो नगर छे साव अजाण्युं
तोय कोक खूणे ओळखीता निकळे

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કાનજી તારી મા કહેશે પણ અમે કાનુડો કહેશું રે

 કાનજી તારી મા કહેશે પણ અમે કાનુડો કહેશું રે… એટલું કહેતા નહી માને તો ગોકુળ મેલી દેશું રે… માખણ ખાતાં નહોતું આવડતું મુખ હતું તારૂં એંઠુ રે… ...